
दुनियाभर में कोरोना वायरस से अब तक आठ करोड़ 55 लाख से भी अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि 18 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना के नए रूप(corona new strain) ने दुनिया को एक अलग ही चिंता में डाल दिया है। वायरस का ये नया स्ट्रेन 70 फीसदी अधिक संक्रामक बताया गया है। इससे कई लोग संक्रमित भी हो चुके हैं। अब नाइजीरिया के एक वैज्ञानिक ने एक ऐसा दावा किया है, जिसने और भी चिंता बढ़ा दी है। नाइजीरियाई वैज्ञानिक का कहना है कि कोरोना वायरस के अभी और कई नए स्वरूप सामने आएंगे।
ब्रिटेन के स्ट्रेन से अलग(corona new strain)
नाइजीरिया के वैज्ञानिक ओमिलाबू ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए वायरस के अलग प्रकार (वैरिएंट) के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए इसके नमूनों का आनुवांशिक विश्लेषण किया है, ताकि इसके संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
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ओमिलाबू का कहना है कि ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में कोरोना के जो नए स्ट्रेन पाए गए हैं, वो नाइजीरिया में पाए गए स्ट्रेन से अलग हैं। उन्होंने कहा, ‘वायरस का अलग स्वरूप में बदलना कोई असाधारण बात नहीं है। मुझे लगता है कि हमें अपना दिमाग शांत रखना होगा, क्योंकि संक्रमण(corona new strain) के और नए स्वरूप सामने आने वाले हैं।’
शोध की जरुरत
‘अफ्रीका रोग नियंत्रण एवं प्रबंधन केंद्र’ द्वारा रविवार को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, नाइजीरिया में कोरोना संक्रमण के 89,163 मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें से 1,302 लोगों की मौत हो चुकी है। ओमिलाबू ने कहा कि नाइजीरिया में संक्रमण के नए मामले बढ़ तो रहे हैं, लेकिन अभी यह पता नहीं चल पाया है कि यहां लोग वायरस के नए स्ट्रेन से संक्रमित हैं या नहीं।
ओमिलाबू का कहना है कि यह जानने के लिए अभी और शोध की जरूरत है कि क्या संक्रमण के पहले से भी अधिक तेजी से फैलने का कारण देश में मिला इसका नया स्वरूप है या नहीं। वैज्ञानिक ओमिलाबू ‘लागोस यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिसिन एंड टीचिंग हॉस्पिटल’ में ‘सेंटर फॉर ह्यूमन एंड जूनोटिक वायरोलॉजी’ के निदेशक हैं।