राज्यपाल ने अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए किया 21 हजार का दान
राज्यपाल अनुसुइया उइके (Governor Anusuiya Uike) से शुक्रवार को राजभवन में श्री राम मंदिर निर्माण निधि संग्रह अभियान समिति के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। जिस पर राज्यपाल ने उन सभी को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी और अयोध्या में बनने वाले श्री राम मंदिर (Shri Ram temple) निर्माण के लिए निधि समर्पित किया।

राज्यपाल अनुसुइया उइके (Governor Anusuiya Uike) से शुक्रवार को राजभवन में श्री राम मंदिर निर्माण निधि संग्रह अभियान समिति के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। जिस पर राज्यपाल ने उन सभी को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं दी और अयोध्या में बनने वाले श्री राम मंदिर निर्माण के लिए निधि (Shri Ram Mandir Donation) समर्पित किया।
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विश्व हिन्दू परिषद् के कोषाध्यक्ष रमेश मोदी ने बताया कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए देश भर में निधि संग्रह अभियान शुक्रवार यानी 15 जनवरी से शुरूआत की जा रही है। छत्तीसगढ़ में भी राज्यपाल महोदया से निधि प्राप्त कर अभियान की शुरूआत की गई। इस अवसर पर राम मंदिर निर्माण निधि संग्रह अभियान समिति के प्रांत प्रमुख बृजलाल गोयल, राम मंदिर (Shri Ram temple) निर्माण निधि संग्रह प्रमुख घनश्याम चौधरी, स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य राजेन्द्र दुबे उपस्थित थे।
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के लिए चंदा जुटाने का काम (Shri Ram Mandir Donation)
बता दें कि अयोध्या में प्रस्तावित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के लिए चंदा जुटाने का काम 15 जनवरी से शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसूइया उइके ने आरएसएस और उसके आनुषांगिक संगठनों के नेताओं को 21 हजार रुपए का चेक सौंपकर अभियान की शुरुआत की है। बताया जा रहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए वित्तीय मदद जुटाने को श्री राम मंदिर (Shri Ram temple) निर्माण निधि संग्रह अभियान समिति का गठन हुआ है।
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बताया जा रहा है कि यह समिति अब पूरे प्रदेश में आनुषांगिक संगठनों के जरिए चंदा इकट्ठा करेगी। इस अभियान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा भी शामिल हो रही हैं। इधर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राम मंदिर के नाम पर पहले लिए गए चंदे पर सवाल उठा दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है, भाजपा ने राम मंदिर के शिलान्यास के लिए मांगे गए पैसे का अब तक हिसाब नही दिया है। अब फिर से धन संग्रह किया जा रहा है। उन्होंने कहा, इसका हिसाब जनता को बताना चाहिए। मुख्यमंत्री ने पूछा कि आखिर उसका हिसाब छुपाने का क्या कारण है।
कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का निर्माण सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद हो रहा है। मंदिर निर्माण के लिए सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर कमेटी बनी है। मंदिर निर्माण उसी कमेटी की देख रेख में होगा। कमेटी ने मंदिर निर्माण में सहयोग के लिए अपना बैंक खाता भी सार्वजनिक किया है। जिस किसी को मंदिर निर्माण में सहयोग करना होगा, इसी खाते में कर सकता है। अब आरएसएस किस हैसियत से मंदिर के नाम पर चंदा एकत्रित करने जा रहा है?
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बता दें कि कांग्रेस नेता और पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी (Shailesh Nitin Trivedi) ने दावा किया, आरएसएस के अनुषांगिक संगठन विश्व हिन्दू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) ने शिलापूजन के बहाने ईंटो के साथ-साथ 1400 करोड़ रुपए एकत्रित किये थे। त्रिवेदी ने कहा कि राम मंदिर के नाम पर इकट्ठा किए गए इस चंदे का कोई हिसाब विश्व हिंदू परिषद, RSS या भाजपा ने आज तक नहीं दिया है।